जो गूगल कहे वो सच बाकि सब झूठे...
अगर आपका प्रोफाइल गूगल से मिटा दिया जाए या इस ब्लॉग को ही हटा दिया जाए तो आश्चर्य करने की जरुरत नही है, क्योंकि गूगल बाबा को ये अधिकार हासिल है उनकी सेवा शर्तो के द्वारा।
गूगल बाबा की मनमानी के बारे मे तो कई बार सुना पर जब मेरे साथ हुआ तब पता चला कि सच मे यहाँ चोरी और सीनाजोरी वाली बात है। गूगल महाराज मुफ्त सेवा के नाम पर बहुत कुछ दे रहे है पर इसका मतलब ये नही की मनमानी करने लग जाए (वैसे ये तो गूगल सेवा की शर्त मे ही लिखा है कि गूगल महाराज कभी भी आपके प्रोफाइल को मिटने के लिए स्वतंत्र है)।मेरी कजन का ऑरकुट पर एक प्रोफाइल बना था। एकदम साफ सुथरा। इसका ऑरकुट लिंक मै यहाँ डाल रहा हूँ.
http://www.orkut.co.in/Main#Profile.aspx?rl=mp&uid=7604639395457073309
एल्बम मे कोई फोटो तक नही था। दो चार विडियो थे जिनपर अगर किसी का कॉपीराइट था तो ये यूट्यूब की समस्या थी। इस प्रोफाइल को गूगल द्वारा डिलीट कर दिया गया। कारण बताया गया कि प्रोफाइल द्वारा गूगल के सेवा की शर्तों को भंग किया गया है। मै बस सोचता रह गया कि आखिर सेवा की कौन सी शर्त भंग की गई है। फिर मैंने गूगल महाराज को लिखा कि इस प्रोफाइल को पुनः देख कर कम से कम ये तो बता दे कि आखिर सेवा की शर्ते कहा भंग हो रही है। पर गूगल महाराज की तरफ़ से छोटा सा उत्तर आया कि आपके प्रोफाइल को जांचा गया है और इसके द्वारा सेवा की शर्ते भंग की जा रही है।
लो भई मैंने भी माना कि कही कोई सेवा की शर्त भंग हो गई होगी पर कम से कम प्रोफाइल डिलीट करने के साथ ये तो बताया जाना चाहिए कि कौन सी चीज गूगल महाराज के सेवा की शर्तों को भंग कर रहा है। चलो हम कुछ तो कर नही सकते है क्योंकि मुफ्त मे मिलाने वाली सेवा के साथ इस तरह का सेवा शर्त जोड़ कर रखा ही जाता है कि दूसरा पक्ष कुछ कर नही सकता। पर अगर सच मे ये व्यावसायिक सेवा रहती तो मै गूगल महाराज को जरुर बताता की जो वो कहे वही सही नही है; दुनिया मे और भी बहुत सी बाते सही है।
हाँ अगर मेरा ब्लॉग भी गूगल महाराज की तरफ़ से डिलीट कर दिया जाए तो कोई आश्चर्य की बात नही क्योंकि इस पोस्ट द्वारा ही गूगल की सेवा की शर्ते भंग कर दी गई है।
6 comments:
पिछले दिनों गूगल ने हमारी एक वेबसाइट www.embroidery-designs-guide.com को बैन कर दिया था जबकि सालों से हमने उसमें कुछ विशेष फेरबदल नहीं किया। पता नहीं किन शर्तों के उलंघन को कारन माना गया था। खैर काफी कोशिश के बाद अब वो पुनः चालू हुई है।
समूचे अंतरजाल पर एक-एक चीज को परखना गूगल बाबा के बस का रोग नहीं। वह तो कुछ स्वचालित अनुक्रमों के जरिये ऐसी गतिविधियों पर नजर रखते हैं। सबक: कंप्यूटर पर हर चीज का बैकप रखें!!!!
अनिल जी ने सही कहा है, इतने बड़े इन्टरनेट पर किसी को फुर्सत नहीं कि व्यक्तिगत तौर पर कुछ किया जाए. सब मशीनों के हवाले है. कुछ भी हो सकता है. यहाँ, सवारियां अपने सामान कि खुद जिम्मेदार हैं, और सुनवाई यूं भी प्रतिबंधित ही समझो.
मैंने रोमन हिन्दी में पढ़ने वालों के लिए रचनाकार का एक स्वचालित ब्लॉग बनाया था जो हिन्दी में रचनाकार में पोस्ट प्रकाशित करने के तुरंत बाद अंग्रेजी रोमन फी़ड लेकर उसे प्रकाशित करता था. गूगल के स्वचालित बॉट को यह लगा कि मामला कंटेंट चोरी का है (जबकि उपयोक्ता दोनों ब्लॉगों का एक ही है!) और उस ब्लॉग को बंद करने की चेतावनी दी (धन्यवाद, पहले चेतावनी दे दी!). मैंने अपडेट बन्द कर दिया. हालाकि कुछ प्रयास करने पर समस्या सुलझ सकती थी. मगर समय का तो टोटा है...
बैकअप ही एकमात्र विकल्प है.
@ Shikha Deepak चलो आपकी वेबसाईट चालू तो हो गयी.
@ Anil अपने सच कहा की बैकअप रखना एक विकल्प है पर बात यहाँ ऑरकुट प्रोफाइल की है जिसका कोई बैकअप नहीं हो सकता न.
@ Kajal Kumar आपकी ये बात तो सच है की सुनवाई यहाँ प्रतिबंधित है. और हाँ अगर सब मशीनों को ही करना है तो review का कोई मतलब ही नहीं रह जाता है.
@ Raviratlami jee आपके ब्लॉग के बारे में मैंने पहले पढ़ा था, पर कुछ चीजो का कोई बैकअप नहीं हो सकता न.
भाई अभिषेक जी , बडा आदमी ही दादा गीरी करता है । और वहा तो कोई सुनने वाला भी नही है ।
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